आजकल के भाग दौड़ भरी जिंदगी में जहाँ स्वास्थय से जुडी समस्याएं बढ़ रही है तो वही दूसरी तरफ लोगों में अपने स्वास्थय को लेकर जागरूकता भी बढ़ती जा रही है | शायद यही वजह है बहुत से लोग फिट रहने के लिए जिम जाते है, बॉडी बना रहे है | ख़ास तौर पर युवाओं में बॉडीबिल्डिंग को लेकर क्रेज बढ़ता जा रहा है |साथ ही बॉडीबिल्डिंग को लेकर तरह तरह के मिथ ,गलत धारणाएं भी बढ़ रहें है | इसी वजह से वे बॉडी और मसल्स बनाने के लिए गलत तरीके भी अपना रहें है | इस लेख में आपको बॉडीबिल्डिंग को लेकर पाए जाने वाले मिथ और वास्तविकता से परिचित करा रहें है |
1. क्रिटेन है हानिकारक
आज बाजार में पाया जाने वाला प्रचलित हेल्थ सप्लीमेंट् है क्रिटेन | इसके सेवन को लेकर कई मिथक है जैसे की यह लिवर और किडनी के लिए हानिकारक है और केवल जितनी देर तक इसका इस्तेमाल किया जाता है उतनी देर तक ही मसल्स बड़े बड़े दिखते हैं ,लेकिन वास्तविकता तो ये है की क्रिटेन से लिवर और किडनी को कोई खतरा नहीं होता है |वैज्ञानिक शोधों में यह साबित हो चुका है की यह आपको लम्बे समय तक वर्क आउट करने, आपकी मसल्स को मजबूत करने में मदद करता है|
2. सिर्फ हैवी वेट लगाने से ही बड़े मसल्स बनेंगे
बॉडीबिल्डिंग का बहुत ही बेसिक कायदा है कि बड़ा नहीं उठाओगे तो बड़ा नहीं पाओगे। मतलब ये है कि भारी से भारी वेट उठाओ, मसल्स बनाओ।ये बात सही है मगर सौ फीसदी नहीं। रिसर्च कहती है कि सिर्फ हैवी वेट उठाने से काम नहीं चलता। हम और कई तरीकों से अपने मसल्स को वो टेंशन दे सकते हैं जो हैवी वेट से मिलती है। इसके लिए जो भी सेट लगाएं उनमें आखिर के चार से पांच रैप में दिमाग पूरी तरह से मसल्स पर फोकस रखें। ड्रॉप सेट, हाफ रैप, स्लो रैप, सुपर सेट वगैरा का इस्तेमाल करें।
3.दिन में हजार सिट अप्स है जरूरी
अगर आप ऐब्डॉमनल मसल्स पर काफी समय से काम कर रहें हैं लेकिन फिर भी उन्हें देख नहीं पा रहे है तो समस्या आपके पूरे शरीर के फैट परसेंटेज के साथ है आपकी एकसरसाइज के साथ नहीं |
4.सप्लीमेंट्स है जरुरी
बॉडीबिल्डिंग में बहुत सी चीजें है जरूरी- काम करने की तीव्र इच्छा, लग्न और स्ट्रांग विल पावर | हालाँकि सप्लीमेंट्स की जरूरत नहीं होती है | सबूत के लिए आप कुछ पुराने बॉडी बिल्डर्स के बारें में पढ़ सकते है जिन्होंने बिना किसी सप्लीमेंट्स के, अपनी मेहनत से अपनी बॉडी बनाई है | सप्लीमेंट्स आपको गेनिंग में मदद कर सकते है लेकिन अंत में कठोर परिश्रम से ही आप वास्तव में अच्छी बॉडी पा सकते है |
5.वेट लिफ्टिंग करनी रोज़ है आवश्यक
बहुत सारे लोग यह मानते हैं की रोज लिफ्टिंग करना हरेक के लिए जरूरी नहीं है | वे मानते है रोज रोज लिफ्टिंग करने से आपकी बॉडी ओवर ट्रैनड भी हो जाती है |ओवर ट्रेनिंग से आपको चोट भी लग सकती है जिससे आप हमेशा के लिए लिफ्टिंग करने से वंचित रह सकते हैं |
सच तो यह है की प्रतिदिन की जाने वाली वेट लिफ्टिंग आपको हानि नहीं पहुँचाती| क्योंकि कई व्यक्ति रोज लिफ्टिंग करने से भी सफल है तो वहीँ कई लोग हफ्ते में 2 -3 बार भी लिफ्टिंग करने से सफल हुए हैं | यह जरूरी नहीं की जो तरीका आपके लिए काम करें वो दूसरों को भी वही नतीजा दे |
6.जिम ट्रेनर को सब मालूम होता है
बहुत से लोग सोचते है की जिम ट्रेनर या प्रोफेशनल बॉडी बिल्डर को बॉडी बनाने, प्रोटीन , ड्रग्स के बारे में सारी जानकारी होती है | सच तो यह है की फिटनेस वर्ल्ड के लिए यह बहुत ही दयनीय स्थिति है की आजकल कई अनपढ़ , अन ट्रैनड व्यक्ति मात्र सिक्स पैक ऐब्स बनाकर खुद को न्यूट्रिशन और सप्लीमेंट्स एक्सपर्ट मानने लग जाते हैं | और तो और वे युवाओं को जल्दी बॉडी बनाने के लिए स्टेरॉयड जैसे खतरनाक सप्लीमेंट्स को इस्तेमाल करने की गलत सलाह भी दे देते है |
7. ज्यादा प्रोटीन ज्यादा मसल्स
प्रोटीन लेने को लेकर लोगों में बहुत बड़ी गलतफहमी यह पाई जाती है ज्यादा प्रोटीन लेने से अधिक मांसपेशियों का निर्माण होगा ,लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है| बल्कि , बहुत सारी शोधों के अनुसार एक व्यक्ति को प्रतिदिन शरीर के प्रति किलो भार के अनुसार 1.5 से 2 ग्राम प्रोटीन लेना उचित रहता है| केवल हाई इंटेंसिटी वर्कआउट कर रहें है तो 2 ग्राम से ज्यादा प्रोटीन ले सकते हैं|
Importance of Cardio Training and Why it’s Essential
Cardiovascular training, also known as aerobic training, is any form of exercise that elevates the heart rate due to the repeated contraction of muscles while utilizing the aerobic and even, at times, the anaerobic energy system. In other terms, cardio training is any...
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